जेम्स स्टीफेंस ने कहा था की स्त्रियां पुरुषों से अधिक बुद्धिमान होती है क्योंकि वह पुरुष से कम जानती, किंतु उससे अधिक समझती है।
एक महिला जिसका पति सरहद पर देश की रक्षा में लगा हो है और वह अपने पत्नि मां व बहू का फर्ज अदा करते हुए, अपनी लग्न व कड़ी मेहनत की बदौलत रीट परीक्षा में टॉपर्स की श्रेणी में स्वयं को शामिल करती हैं। आज हम बात करते हैं फरड़ोद के रामदेव फरड़ौदा की पुत्रवधू सुमन चौधरी की जिनके पांच वर्ष का एक लड़का भी है। सुमन एक पुरुष प्रधान समाज में रहकर उन्होंने शिक्षा के कारण अपनी अलग पहचान बनाई है, एक महिला की तमाम जिम्मेदारियों को निभाते हुए। उनके पति हवलदार ओमप्रकाश ने हमें बताया कि सुमन ने 2012 में RPET (राजस्थान प्री इंजीनियरिंग टेस्ट) क्वालिफाई किया था। सांइस मैथमेटिक्स में B.sc. व ह्युमन राइट्स डिप्लोमा भी किया हुआ है। उन्होंने बताया कि सुमन ने दो मर्तबा CTET (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) को 2018 में 92 अंकों व 2019 में 111 अंकों के साथ क्वालीफाई किया। अब इस साल रीट 2021 लेवल1 की परीक्षा में 150 में 141 अंक प्राप्त किए।