गुरुवार, 24 मार्च 2022

मातासुख में किसानों ने RSMML ऑफिस के सामने किसान इमरान खान का शव रखकर कर रहे है विरोध प्रदर्शन।




मातासुख में किसानों ने RSMML ऑफिस के सामने किसान इमरान खान का शव रखकर कर रहे है विरोध प्रदर्शन।

किसानों ने इमरान के परिवार को 1करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता माइंस में एक नौकरी व दोनों बच्चों अग्रेंजी मीडिया विधालय में अध्ययन का पूरा खर्च जब तक कोई सरकारी नौकरी ना लग जाये तबतक पढाई का पूरा वहन कम्पनी करें साथ ही नवनिर्मित RSMML  कार्यालय के सामने मृतक किसान इमरान खान की मूर्ति लगाये इन मांगों के साथ शव को लेकर सैकड़ों किसान rsmml कार्यालय के सामने बैठे हुए हैं।

मौके पर जायल एसडीएम व डीवाईएसपी भारी पुलिस जाब्ते के साथ पहुंचे। 


https://youtu.be/9Hi4dkMaBF4

परिजनो का कहना है की कल धरने स्थल पर किसान इमरान खान की हुई मौत पर किसी प्रशासन व मांइस के अधिकारी ने मानवीय संवेदना प्रकट करने भी नहीं आये।

सोमवार, 21 मार्च 2022

राज्य सरकार ने जायल क्षेत्र में दी कई सौगातें।

जायल विधायक Dr. Manju Meghwal  की अनुशंसा पर आज राज्य सरकार ने जायल में एडीजे कोर्ट तथा विद्युत वितरण निगम का अधिशासी अभियन्ता कार्यालय की स्वीकृती दी और दधिमती माता मंदिर गोठ मांगलोद को किया पर्यटन स्थल घोषित। साथ ही जोधियासी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व गोठ मांगलोद में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की मिली स्वीकृती।


मुआवजे को लेकर मातासुख, ईग्यार, कसनाऊ तीनों गावों के किसान पिछले 19 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं।

मुआवजे को लेकर मातासुख, ईग्यार, कसनाऊ तीनों गांवों के किसान पिछले 19 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। RSMML  और किसानों की बीच अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई।

https://youtu.be/pKDSRhrQRNI

कोयला मांइस पिछले 9 दिनों से पड़ी है बंद। प्रशासन से कई बार हुई बातचीत के बावजूद अभी तक नहीं निकल पाया कोई समाधान। किसान अपनी सम्पूर्ण मांगों को लेकर अभी भी है अडिग। किसानों का कहना है कि जबतक हमारी मांगे नहीं मानी जायेगी तबतक धरना जारी रहेगा।



किसानों के साथ ढ़ेहरी सरपंच जवानाराम नायक, रालोप नेता अनिल बारुपाल, राहुल खारड़िया, राजेंद्र डुकिया, ओम डोगीवाल, सुरेंद्र दोतड़, लिखमाराम डिडेल धरना स्थल पर रहे मौजूद।

  🖋️लेखन

नवरतन मेघवाल


गुरुवार, 16 दिसंबर 2021

राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन ने आयोजित की रैफरी कोर्स परीक्षा। जिसमें फरड़ोद के छोरों ने गाढ़े झण्डें।

राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन ने आयोजित की रैफरी कोर्स परीक्षा। जिसमें फरड़ोद के छोरों ने गाढ़े झण्डें।

राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा आयोजित  AIFF कैटेगरी 5 रैफरी प्रमाणीकरण (certification) कोर्स एवं कैटेगरी-4 अपग्रेडेशन परीक्षा का आयोजन पूर्णिमा यूनिवर्सिटी जयपुर में किया गया। 


जिसमें नागौर जिले के फरड़ोद गांव के सचिन फरड़ौदा, रामस्वरूप शर्मा, पूनमचन्द निर्मल, तपस्वीकरण फरड़ौदा इन चारों का कैटेगरी-5 में चयन हुआ। वहीं इन चारों ने अबतक मनोज जाट की देखरेख अपने खेल को शुरू किया था। आज यह उन्हीं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।इनके चयन पर मनोज ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि मेरे गांव के फुटबॉल खिलाड़ियों लिए जो सपने  हमनें देखे थे, कईं हद तक उसमें हम सफल होते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं मनोज जाट का भी Aiff  Cat -4 में चयन हुआ है। वहीं इन चारों फुटबॉल खिलाड़ियों ने मनोज व फुटबॉल क्लब फरड़ोद को श्रेय दिया।


रविवार, 7 नवंबर 2021

फरड़ोद एक गृहिणी जो रीट परीक्षा के टाॅपर्स की लिस्ट में हुई शामिल ।

प्रत्येक देश के दो पंख होते हैं एक स्त्री दूसरा पुरुष देश की उन्नति में एक पंख से उड़ान नहीं भर सकते।
जेम्स स्टीफेंस ने कहा था की स्त्रियां पुरुषों से अधिक बुद्धिमान होती है क्योंकि वह पुरुष से कम जानती, किंतु उससे अधिक समझती है। 

एक महिला जिसका पति सरहद पर देश की रक्षा में लगा हो है और वह अपने पत्नि मां व बहू का फर्ज अदा करते हुए, अपनी लग्न व कड़ी मेहनत की बदौलत रीट परीक्षा में टॉपर्स की श्रेणी में स्वयं को शामिल करती हैं। आज हम बात करते हैं फरड़ोद के रामदेव फरड़ौदा की पुत्रवधू सुमन चौधरी की जिनके पांच वर्ष का एक लड़का भी है। सुमन एक पुरुष प्रधान समाज में रहकर उन्होंने शिक्षा के कारण अपनी अलग पहचान बनाई है, एक महिला की तमाम जिम्मेदारियों को निभाते हुए। उनके पति हवलदार ओमप्रकाश ने हमें बताया कि सुमन ने 2012 में RPET (राजस्थान प्री इंजीनियरिंग टेस्ट) क्वालिफाई किया था। सांइस मैथमेटिक्स में B.sc. व ह्युमन राइट्स डिप्लोमा भी किया हुआ है। उन्होंने बताया कि सुमन ने दो मर्तबा CTET (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) को 2018 में 92 अंकों व 2019 में 111 अंकों के साथ क्वालीफाई किया। अब इस साल रीट 2021 लेवल1 की परीक्षा में 150 में 141 अंक प्राप्त किए।
हमनें सुमन से उनके सफलता की राह टंटोलना चाहा तो उन्होंने ने हमें बताया कि अपने आप में विश्वास होना जरूरी है कि यह में कर सकता हूं, अपने आप को अडिग दृढ़संकल्पित होकर लक्ष्य को साधना, ना कि पेपर लीक या आउट होते हैं या पहले ही पेपर बिक जाते हैं ऐसी बातों में आकर अपना आत्मविश्वास ना गिराए और मानसिक रूप कमजोर होते हैं, अगर आपने मेहनत की है तो पेपर बिकता है तो बिकने दो उन पर ध्यान मत दो आपकों आपनी मेहनत पर विश्वास करना उसका का फल अवश्य मिलेगा।
उन्होंने बताया कि मैंने 15 से 20 बार रिवीजन तथा अत्यधिक टेस्ट दिए एवं ग्रुप डिस्कशन किया। माता पिता का सपोर्ट (सहयोग) तो हर बच्चे को मिलता है पर मुझे माता पिता के साथ-साथ सास ससुर जी का पूरा योगदान मिला
मैं अपनी सफलता का श्रेय सास ससुर जी व अपनी पति को देती हूं।
स्त्री कभी हारती नहीं है उसे हराया जाता है समाज क्या कहेगा यह कहकर बचपन से डराया जाता है। 

सोमवार, 6 सितंबर 2021

फरड़ोद के भामाशाह शिवदानराम फरड़ौदा को नागौर जिला प्रशासन ने किया सम्मानित।

नागौर जिला प्रशासन ने आज फरङोद गांव के भामाशाह शिवदानराम फरङोदा को उनके द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फरङोद में 21.51लाख राशि (छात्राओं हेतु शौचालय कॉम्पलेक्स, विधालय का मुख्य द्वार व जल मंदिर निर्माणाधीन) का  सहयोग कर सराहनीय कार्य करने पर जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने प्रशस्ति - पत्र प्रदान किया।

शनिवार, 4 सितंबर 2021

फुटबॉल चैम्पियन्स के संघर्ष की दास्तान

फरड़ोद की फुटबॉल टीम ने जीता फाइनल मुकाबला
फुटबॉल चैम्पियन्स के संघर्ष की दास्तान 
यूँ ही नहीं जीते जाते रण के मैदान

यह जीत नहीं थी आसां यूहीं नहीं जीते जाते है रण के मैदान। घोर तपस्या,संघर्ष,लग्न,कड़ी मेहनत, के साथ मैदान में पसीना बहाना पड़ता है जनाब। यूहीं नहीं लिखी जाती हैं विजयगाथाएं। फरड़ोद की इस टीम ने एकबार फिर फरड़ोद के फुटबॉल इतिहास को दोहराने का कार्य किया है। फाइनल मुकाबला बेहद रोचक रहा। विपक्षी टीम मजबूत तो थी ही उपर से वहां के दर्शको का सर्पोट पूरा विपक्षी दल को था ऐसे में जीत पाना बेहद मुश्किल था। कहते हैं ना कि मुश्किलों का सामना तो रणबांकुरे ही किया करते है कायरों का काम नहीं। चैम्पियन वही बनता है जो सामने आने वाली मुसीबतों व दिक्कतों को ही दिक्कत में डालकर विजय फतेह करते हैं। मैच के शुरुआत में ही विपक्षी टीम ने गोल दाग दिया ऊपर से दर्शकों की हूटिंग। ऐसे में फरड़ोद की टीम पर मानसिक दबाव बना लिया था विपक्षी टीम ने। पर फरड़ोद के रणबांकुरे कहां हार माननें वाले थे। 
जैसे ही मनोज व ग्राम सरपंच इन दोनों की मैदान में मौजूदगी को देखतें ही फरड़ोद की पूरी टीम जोश में लौट आई।
फरड़ोद की टीम ने विपक्षी टीम पर करारा प्रहार करते हुए गोल दाग दिया। ऐसे मे विपक्षी खेमें में खलबली मच गई पूरा मैदान सन। दर्शकों और विपक्षी टीम ने इस गोल को अमान्य करार दिया और हूटिंग करने लगें।
विपक्षी टीम ने मैच रुकवा दिया ऐसे में फरड़ोद की टीम ने सुरक्षा हेतु पुलिस बल मंगवा लिया गया टीम सुरक्षा के लिए। बाद में उस गोल को मान्य माना गया। मैच खत्म होनें तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थी। मैच निर्णय के लिए रैफरी को पेनल्टी यों का सहारा लेना पड़ा जिसमें फरड़ोद ने 3-2 से मैच को जीत लिया। 
सही मायने इस जीत सबसे बड़े नायक शारीरीक शिक्षक हड़मानराम जी फरड़ौदा है उनकी लग्न मेहनत का यह नतीजा है कि आज टीम इस मुकाम पर है। इस जीत में मनोज का किरदार भी बहुत बड़ा है वह सुबह शाम हमेशा खिलाड़ियों को अभ्यास करवाना खेल के प्रति सकारात्मक सोच व अपने किट का आदर किस तरह किया जाता है उस पर खिलाड़ियों को मोटिवेट करना।

04 सितम्बर 2019 का प्रसंस्करण

फरड़ोद के नवरतन शर्मा बना चार्टर्ड अकाउंटेंट्स।

 द स्टूडेंट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा घोषित परिणाम में ग्राम फरड़ोद के नवरतन शर्मा पुत्र राजकुमार शर्मा का चयन हुआ है। नवरतन ...